केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को यस बैंक के जमाकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि उनकी पूंजी पूरी तरफ सुरक्षित है। उनका एक भी पैसा नहीं डूबेगा और वह किसी प्रकार की चिंता नहीं करें। सीतारमण ने संवाददाताओं से कहा, ‘मैं यस बैंक के सभी जमाकर्ताओं को आश्वस्त करना चाहती हूं कि उनकी पूंजी पूरी तरह सुरक्षित है। मैं रिजर्व बैंक के साथ लगातार संपर्क में हूं। यस बैंक के संबंध में जो भी कदम उठाए गए हैं, वे बैंक के जमाकर्ताओं, बैंक और अर्थव्यवस्था के हित में हैं।’ साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार और रिजर्व बैंक दोनों यस बैंक के मामले पर लगातार नजर रखे हुए हैं। हमनें एक कदम उठाया है जो हर एक के भले के लिए होगा। रिजर्व बैंक गवर्नर ने आश्वस्त किया है कि यस बैंक के किसी जमाकर्ता का नुकसान नहीं होगा।’
इंटरनेट बैंकिंग भी ठप
बता दें देश के विभिन्न हिस्सों से यस बैंक के जमाकर्ताओं को पैसे निकालने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कई जगह एटीएम से पैसे नहीं निकल रहे तो कई ब्रांचों में काफी लंबी कतारे हैं। इतना ही नहीं इंटरनेट बैंकिंग भी ठप है। आरबीआई द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार, यस बैंक में बचत, चालू या किसी अन्य जमा खाते से एक महीने के (3 अप्रैल 2020 तक) दौरान 50 हजार रुपये से ज्यादा धनराशि नहीं निकाली जा सकेगी।
यस बैंक के जमाकर्ताओं का धन सुरक्षित है
इससे पहले मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने वित्त मंत्री सीतारमण से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में यस बैंक के जमाकर्ताओं से भयभीत नहीं होने का आग्रह करते हुए कहा कि उनके हितों का पूरा ध्यान रखा जायेगा। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक यस बैंक के पुनर्गठन के लिए जल्द ही एक योजना लायेगा। उन्होंने यस बैंक के जमाकर्ताओं से कहा कि वह किसी प्रकार से भयभीत नहीं हो और उनके हितों का पूरा ध्यान रखा जायेगा। सुब्रमण्यम ने कहा कि ‘मैं यस बैंक के सभी जमाकर्ताओं को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उनका धन सुरक्षित रहेगा और उन्हें किसी प्रकार से चिंतित होने की जरुरत नहीं है। रिजर्व बैंक ने सही कदम उठाया है और यस बैंक के जमाकर्ताओं का धन सुरक्षित है।’ मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि बैंक के पुनर्गठन के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।
विशेष परिस्थितियों में ज्यादा पैसे निकालने की छूट
आरबीआई के अनुसार, ग्राहक इंटरनेट बैंकिंग प्रणाली के माध्यम से भी मात्र 50 हजार रुपये ही निकाल सकते हैं। ग्राहकों को केवल विशेष परिस्थितियों में ही ज्यादा पैसे निकालने की छूट दी गई है। वहीं पढ़ाई, इलाज, शादी या किसी अन्य विशेष परिस्थितियों में आरबीआई द्वारा निकासी के लिए थोड़ी राहत दी गई है। ऐसी स्थिति में ग्राहक 5 लाख रुपये तक निकाल सकते हैं। मालूम हो कि यदि किसी खाताधारक का यस बैंक में एक से ज्यादा खाता है, तब भी वह 50 हजार रुपये से ज्यादा धनराशि नहीं निकाल पाएगा।
सेंसेक्स और निफ्टी औंधे मुंह गिरे
यस बैंक घटनाक्रम को देखते हुए आज देश के शेयर बाजारों में भूचाल आ गया। सेंसेक्स और निफ्टी औंधे मुंह नीचे आए। अपराह्न के कारोबार में सेंसेक्स करीब एक हजार अंक और निफ्टी भी लगभग 300 अंक नीचे हैं। वहीं रिजर्व बैंक ने गुरुवार को यस बैंक के निदेशक मंडल को भंग कर दिया था। देश के सबसे बड़े वाणिज्यिक बैंक भारतीय स्टेट बैंक को यस बैंक में निवेश के लिए सैद्धांतिक मंजूरी दी गई है। वहीं रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने मुंबई में एसोचैम के 15वें वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्रीय बैंक यस बैंक को उबारने के लिए त्वरित कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि बैंक को उबारने के लिए जल्द ही प्रस्ताव लाया जायेगा। 30 दिन का जो समय दिया गया है, इस दौरान रिजर्व बैंक त्वरित कार्रवाई करेगा।